Bihar GI Tag Products list आज हम बिहार के उन सभी जीआई टैग (GI Tag products) उत्पादों के बारे में बताने वाला हूँ, ये दुनिया भर में अपने स्वाद और पहचान के लिए जाना जाता है! ये GI Tag क्या होता है और ये क्यों मिलता है, इन सभी चीजो को टैग क्यों मिला है, और इसे मिलने से क्या फायदे होते है! इन सभी चीजो के बारे में बताने वाला हूँ!
- GI Tag Products क्या होता है?
- Gi Tag किस उत्पाद को दिया जाता है ?
- GI Tag कौन देता है?
- बिहार की GI Tag Products List
GI Tag Products क्या होता है?
GI Tag का फुल-फॉर्म Geographical Indication (GI) होता है और इसका हिंदी भौगोलिक संकेत होता है! ! इसे World Intellectual Property Organization (WIPO) के अनुसार एक लेबल है जो किसी उत्पाद को एक भौगोलिक स्थिति, उसके प्रसिद्धि के अनुसार उसे दुनिया भर में एक भौगोलिक पहचान दी जाती है !
GI Tag उस प्रोडक्ट्स को मिलता है जो पुरे दुनिया में ख्याति और प्रसिद्धि प्राप्त कर लेती है तो क्षेत्र विशेष अपने उस उत्पाद के पहचान के लिए GI Tag के लिए आवेदन करता है ताकि उस प्रोडक्ट्स के साथ साथ उस क्षेत्र को भी एक विशेष पहचान मिल सके और उस प्रोडक्ट् को उस क्षेत्र के नाम से भी जाना जाए !
Gi Tag किस उत्पाद को दिया जाता है ?
Gi Tag किसी विशेष उत्पाद को ही मिलता है, यह विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति, विशेष गुणवत्ता और विशेष पहचान के आधार पर दिया जाता है. जी आई टैग उत्पाद की गुणवत्ता व् उसकी विशेषता को दर्शाता है!
जैसे :- दार्जिलिंग की चाय (भारत में सबसे पहले जी आई टैग इसी उत्पाद को मिला था)
मुख्यतः जी आई टैग चार केटेगरी के उत्पाद को मिलता है, इसमें मुख्य है!
- कृषि उत्पाद | Agriculture Products
- खाद्यय सामग्री | Food Products
- हस्तशिल्प | Handcraft
- निर्माण उत्पाद | Manufacture Products
GI Tag कौन देता है?
Gi Tag प्राप्त करने के लिए Controller General of Design and Trade Marks (CGPDTM) के ऑफिस में अप्लाई करना होता है इसका मुख्यालय चेन्नई में है जो वाणिज्य मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड के अधीन आता है!
इस संस्था में आपने प्रोडक्ट के जी आई टैग के अप्लाई करने के बाद यह संस्था आपके प्रोडक्ट की पूरी जांच परख करने के बाद ही उस प्रोडक्ट को जी आई टैग दिया जाता है !
बिहार की GI Tag Products List
Geographical Indication (GI) tagged products from Bihar:
1 | सिलाओ खाजा (Silao Khaja) | Nalanda (Rajgir) |
2 | सुजिनी कढ़ाई (Sujini Embroidery) | Muzaffarpur |
3 | सिक्की ग्रास हैंडिक्राफ्ट (Sikki Grass Work) | Tharuhat region of West Champaran |
4 | मधुबनी पेंटिंग (Madhubani Paintings) | Mithila region |
5 | अप्लीक (खटवा) (Applique (Khatwa) Work) | |
6 | भागलपुर सिल्क (Bhagalpur Silk) | Bhagalpur |
7 | शाही लीची (Shahi Litchi) | Muzaffarpur |
8 | कतरनी चावल (Katarni Rice) | Munger, Banka and South Bhagalpur |
9 | जर्दालु आम (Jardalu Mango) | Bhagalpur |
10 | मगही पान (Magahi Paan (Betel)) | Aurangabad, Gaya, Nawada and Nalanda |
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