प्रभावशाली लाल चट्टानों के साथ 5 मंजिला शिखर शैली की संरचना, देवी देवताओं की नक्काशी और मुख्य दरबार हॉल में विशाल नंदी बैल घृष्णेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह ज्योतिर्लिंग औरंगाबाद के अजंता और एलोरा की गुफाओं के पास वेरूल गांव में स्थित है। अहिल्याबाई होल्कर द्वारा निर्मित इस मंदिर को ग्रुमेश्वर और कुसुमेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। यहां लाल चट्टान पर उकेरी गई विष्णु की दशावतार मूर्ति आकर्षण का केंद्र है।
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन का समय- Grishneshwar Jyotirlinga Temple Timings In Hindi
घृष्णेश्वर मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए सुबह 5:30 बजे से रात 9 बजे के बीच जाएं। सावन के महीने में यहां दर्शन सुबह 3 बजे से शुरू होकर सुबह 11 बजे तक होते हैं। आमतौर पर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने में दो घंटे का समय लगता है, लेकिन सावन के महीने में यहां विशाल पैदल यात्राएं होती हैं और दर्शन करने में पूरे 6 से 8 घंटे का समय लगता है।
कैसे पहुंचे घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर- How To Reach Grishneshwar Temple In Hindi
घृष्णेश्वर फ्लाइट से जाने के लिए आपको औरंगाबाद एयरपोर्ट सबसे नजदीक पड़ेगा। यहां से घृष्णेश्वर की दूरी 29 किमी है। जबकि आप औरंगाबाद से घृष्णेश्वर के लिए बस या टैक्सी की भी स़ुविधा ले सकते हैं। वहीं अगर आप रेल से सफर करते हैं तो आपको औरंगाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से घृष्णेश्वर की दूरी भी मात्र 29 किमी है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए आप कार या टैक्सी किराए से ले सकते हैं।
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र जाने का सही समय – Best Time To Visit Grishneshwar Temple In Hindi
घृष्णेश्वर जाने के लिए आपको जनवरी, फरवरी, मार्च के बाद अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीनों को चुनना होगा। इन महीनों में यहां का तापमान अनुकूल होता है। इन महीनों में घृष्णेश्वर की यात्रा आप अच्छे से कर सकते हैं।
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