आंध्रप्रदेश में स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग को साउथ का कैलाश भी कहा जाता है। यह ज्योतिर्लिंग कृष्णा नदी के तट पर श्री शैल पर्वत पर स्थित है। सुंदर वास्तकुला गोपुरम के नाम से जानी जाती है। मल्लिकार्जुन के मंदिर को शिव और पार्वती के देवताओं के रूप में जाना जाता है। यह १२ ज्योतिर्लिंग की गिनती मै तो आता ही है और ये सती के 52 भक्ति पीठों में से एक भी है। मल्लिकार्जुन निर्विवाद रूप से देश के महान शैव तीर्थों में से एक है।
मल्लिकार्जुन में दर्शन का समय- Mallikarjun Darshan Timings In Hindi
मल्लिकार्जुन मंदिर रोजाना सुबह 4:30 बजे से रात के 10 बजे तक खुला रहता है। भक्तों के लिए दर्शन करने का समय सुबह 6:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहता है। वहीं शाम को 6:30 बजे से 9 बजे तक यहां ज्योतिर्लिंग के दर्शन होते हैं।
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग जाने का रास्ते- How To Reach Mallikarjuna Jyotirlinga In Hindi
श्रीशैलम के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है इसलिए यहां पहुंचने के लिए पहले आपको मर्कापुर रेलवे स्टेशन जाना होगा। बस द्वारा भी श्री शैल पर्वत की यात्रा अच्छे से की जा सकती है। दोरनाला, कुरिचेदु श्रीशैलम के लिए बस से यात्रा करने के लिए कुछ निकट शहर हैं। अगर आप फ्लाइट से जा रहे हैं तो सबसे निकट एयरपोर्ट बेगमपेट है। श्रीशैलम के लिए उड़ानों का अगला विकल्प हैदराबाद का राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इस एयरपोर्ट से श्रीशैलम की दूरी लगभग पांच घंटे की है।
कब जाएं मल्लिकार्जुन – Best Time To Visit Mallikarjuna Jyotirlinga In Hindi In Hindi
श्रीसेलम में अभ्यारण, बांध व्यू पॉइंट देखने के हिसाब से अक्टूबर से फरवरी तक का समय बेस्ट होता है। इस दौरान यहां का तापमान 15 डिग्री और 32 डिग्री सेल्सियस रहता है। अगर आपकी यात्रा छोटी है तो आप जून से सितंबर के बीच भी यहां आ सकते हैं। ये ऑफ-सीजन होता है, बारिश ज्यादा होती है, लेकिन छोटे बजट की यात्राओं के लिए ये मौसम बेस्ट होता है। गर्मियों का मौसम पर्यटकों के लिए बिल्कुल भी अनुशंसित नहीं है क्योंकि पूरे मौसम में तापमान असहनीय रूप से गर्म रहता है।
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