मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा का स्थापना दिवस
21 जनवरी को मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा का स्थापना दिवस मनाया जाता है। 1972 में इसी दिन ये तीनों राज्य अलग-अलग राज्यों के रूप में अस्तित्व में आए थे। 2025 में, इन राज्यों ने अपना 53वाँ स्थापना दिवस मनाया।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि (Historical Background)
- पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971: यह अधिनियम पूर्वोत्तर भारत के प्रशासनिक और राजनीतिक ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आया। इस अधिनियम के तहत, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।
- राज्यों का गठन: इससे पहले, ये तीनों क्षेत्र असम राज्य का हिस्सा थे। इस अधिनियम के लागू होने के बाद, 21 जनवरी, 1972 को इन क्षेत्रों को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।
स्थापना दिवस का महत्व (Importance of Foundation Day)
- राज्य की पहचान (State identity) यह दिन इन राज्यों की विशिष्ट पहचान, संस्कृति और इतिहास का प्रतीक है।
- विकास और प्रगति (Development and progress) यह दिन राज्य के विकास और प्रगति की यात्रा का भी प्रतिनिधित्व करता है।
- सांस्कृतिक उत्सव (Cultural festival) इस दिन को इन राज्यों में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और समारोह आयोजित किए जाते हैं।
- एकता और भाईचारा (Unity and brotherhood) यह दिन राज्य के लोगों के बीच एकता और भाईचारे को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
उत्सव (Celebration)
- स्थापना दिवस को इन राज्यों में एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
- इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और समारोह आयोजित किए जाते हैं।
- सरकारी भवन और सार्वजनिक स्थानों को सजाया जाता है।
- लोग पारंपरिक वेशभूषा धारण करते हैं और लोक नृत्य करते हैं।
2025 का विशेष महत्व
2025 में, इन तीनों राज्यों ने अपना 53वाँ स्थापना दिवस मनाया।
यह वर्ष इन राज्यों के विकास और प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
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